– रवि कुमार बालक के सर्वांगीण विकास की दृष्टि से करणों का विकास महत्त्वपूर्ण है । करण दो प्रकार के हैं – एक अन्तःकरण तथा…
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अभिनव भारत की संकल्पना और शिक्षा-3
– अवनीश भटनागर शिक्षा के समक्ष चुनौती : आजकल वाट्सप पर अनेक सन्देश आते हैं । मेरे एक मित्र ने मुझे एक मेसेज भेजा, मैं…
अभिनव भारत की संकल्पना और शिक्षा-2
– अवनीश भटनागर पंचकोशात्मक विकास भारत में शिक्षा जीवन विकास के लिए दी जाती रही है । उपनिषद् में व्यक्ति का व्यक्त्त्वि पंचकोशात्मक बताया है…
अभिनव भारत की संकल्पना और शिक्षा-1
– अवनीश भटनागर शिक्षा एक ऐसा पक्ष है, जिससे किसी भी राष्ट्र की प्रगति या अवनति जुड़ी हुई है । राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में…
बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षा -7 (एकाग्रता)
गत अंक में हमने ‘कक्षाकक्ष में नवाचार’ विषय पर विचार किया था । इस अंक में हम एकाग्रता के विषय पर चर्चा करेंगे । एक…
बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षा – 6 (नवाचार)
नवाचार यानि कक्षा शिक्षण में नया क्या है? बालक कक्षा में पढ़ता है । बालक से पूछो कि आज नया क्या पढ़ा? तो वह बताएगा…
बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षण-5 (Nothing can be taught)
एक स्थान पर अध्यापकों से चर्चा हुई । श्यामपट्ट पर दो वाक्य लिखे – Nothing can be taught. Everything must be taught. इन दो वाक्यों…
बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षा – 4 (अवरुद्ध बालक – Slow learner)
इस अंक में हम अवरुद्ध बालकों के सम्बन्ध में विचार करेंगे । अवरुद्ध बालक यानि ऐसे बालक जो कक्षा में शेष बालकों की अपेक्षा पिछड़…
बचपन से सिखाएं संयम और जीवन मूल्य
-अवनीश भटनागर ‘संयममय जीवन हो’ – यह गीत अनुप्राणित करता है, प्रेरणा देता है, जीवन की दृष्टि देता है । परन्तु जरा निष्पक्ष आत्म समीक्षा…
बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षा – 3 (मनोविज्ञान)
– रवि कुमार गतांक में हमने बाल केन्द्रित शिक्षा की विस्तार से चर्चा की थी । इस अंक में मनोविज्ञान पर विचार करेंगे । भारतीय…