✍ नम्रता दत्त हमने शिशु शिक्षा की यह श्रृंखला 0 (शून्य) से प्रारम्भ की थी और अब इस सोपान से हम 3 वर्ष के…
Category: नम्रता दत्त
शिशु शिक्षा 32 – परिवार में मातृभाषा का वातावरण
– नम्रता दत्त शिशु अवस्था संस्कार ग्रहण करने की सर्वश्रेष्ठ अवस्था है क्यों और कैसे? – इसका बहुत कुछ चिन्तन गत सोपानों में किया गया।…
शिशु शिक्षा 31 – सजीव सृष्टि से आत्मीय परिचय
– नम्रता दत्त ‘शिक्षा’ मात्र पुस्तकीय ज्ञान लेना नहीं अपितु जीवन जीने की कला को जानना है। शिक्षा वही है जो जीवन के व्यवहार में…
शिशु शिक्षा 30 – शिशु की अवांछनीय आदतें एवं निराकरण
– नम्रता दत्त शून्य से पांच वर्ष तक की अवस्था शिशु में संस्कार निर्माण की श्रेष्ठतम अवस्था होती है। अतः इस समय में डाली गई…
शिशु शिक्षा 28 – शिशु की मानसिक आवश्यकताएं
– नम्रता दत्त गत सोपान में शिशु की स्वाभाविक विशेषताओं को जाना था कि वह किस प्रकार अन्तःप्रेरणा के द्वारा अपना विकास स्वयं ही करता…
शिशु शिक्षा 25 (जन्म से एक वर्ष के शिशुओं की माताओं का शिक्षण-5)
– नम्रता दत्त शिशु का आहार एवं विहार विद्यालय में बच्चों की शारीरिक जांच कराई गई। डॉक्टर्स कक्षाशः अपनी रिपोर्ट देकर चले गए। बच्चों की…
शिशु शिक्षा 24 (जन्म से एक वर्ष के शिशुओं की माताओं का शिक्षण-4)
– नम्रता दत्त शिशु के खिलौने एवं वस्त्र 22 जून को आर्यांश एक वर्ष का हो गया था। उसके जन्मदिन के अवसर पर परिवार में…
शिशु शिक्षा 22 ( जन्म से एक वर्ष के शिशुओं की माताओं का शिक्षण 2)
– नम्रता दत्त शिशु के विकास में सहायक सही आदतें जन्म से एक वर्ष का शिशु पूर्णतः परावलम्बी अर्थात् दूसरों पर आश्रित होता है। अन्य…
शिशु शिक्षा 21 (जन्म से एक वर्ष के शिशुओं की माताओं का शिक्षण-1)
शिशु की मानसिक आवश्यकतायें एवं स्वाभाविक विकास में परिवार की भूमिका – नम्रता दत्त अभी तक हम नव दम्पति के शिक्षण पर विचार कर रहे…