धर्म, राष्ट्र और राष्ट्रधर्म

  राजकोट (गुजरात) गुरुकुल में ‘धर्म, राष्ट्र और राष्ट्रधर्म’ विषय पर माननीय डॉ० मोहन राव भागवत जी, प.पू. सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उद्बोधन का…

राष्ट्र चेतना का हुंकार – जनजातीय गौरव दिवस

✍ प्रशांत पोळ आज बड़ा सुखद संयोग बन रहा हैं कि गुरु नानक देव जी की ५५५ वी जयंती, प्रकाश पर्व, के दिन ही, राष्ट्रीय…

ऋषियों की संतान हैं भारत की समस्त जनजातियाँ

✍ रमेश शर्मा भारतीय वैदिक चिंतन और विज्ञान का अनुसंधान आपस में मेल खाते हैं यदि इन दोनों को आधार बनाकर विचार करें तो हम…

ROLE OF SCHOOL CULTURE IN ENHANCING LEARNING PROCESS

✍ A. Laxman Rao A child is normally born and brought up in a family. The family is the first school of the child and…

मुदालियर आयोग

 ✍ प्रोफेसर रवीन्द्र नाथ तिवारी स्वतंत्र भारत के इतिहास में मुदालियर आयोग (1952-53), जिसे माध्यमिक शिक्षा आयोग के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय…

हम शक्ति… हमारी साधना नहीं हमें सामर्थ्य दीजिये

✍ डॉ. पिंकेश लता रघुवंशी स्त्री-शक्ति के प्रति सम्मान के नौ दिवसीय पर्व शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हो रहा है। वास्तव में यह अवसर है…

सनातन परंपराओं एवं आदर्श राज-व्यवस्था की संरक्षिका-संपोषिका – महारानी अहिल्याबाई होल्कर

✍ प्रणय कुमार यह भारत-भू वीर प्रसूता है। यहाँ हर युग, हर काल में ऐसे-ऐसे वीर-वीरांगनाओं ने जन्म लिया, जिनके व्यक्तित्व एवं कर्त्तृत्व के आगे…

21वीं शताब्दी का शिक्षक

 ✍ किशन वीर सिंह शाक्य 21वीं शताब्दी का शिक्षक हमारी कल्पना में कुछ विशेष है क्योंकि 21वीं शताब्दी में हमारे लिए करने के लिए अनेक…

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद – 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस विशेष

✍ मुखतेज बधेशा 29 अगस्त 1905 को प्रयागराज में जन्मे मेजर ध्यानचंद का हॉकी के खेल में पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं था, उन्होंने…

अष्टावधानी अध्यापकम्

मूल लेखकः (मराठी) दिलीप वसंत बेतकेकर अनुवादः (हिन्दी) डॉ. रमेश चौगांवकर प्रत्येक विद्यार्थी की सामाजिक आर्थिक, पारिवारिक, सांस्कृतिक पृष्ठभूमि असमान रहती है। शिक्षक के लिए…