✍ D. Ramakrishna rao Prologue Vidya Bharati with its 6 years toil collected inputs from across fifty thousand plus villages and more than one thousand seminars and symposia conducted in…
✍ वासुदेव प्रजापति अंग्रेजों का भारत में आने का मुख्य उद्देश्य तो लूट करना ही था। वे यह लूट दीर्घकाल तक कर सकें इसलिए उसे व्यापार का नाम दिया। व्यापार…
✍ वासुदेव प्रजापति अंग्रेजी राज्य ने अपने हित के लिए हमारे सामाजिक ढ़ाँचे को छिन्न-भिन्न कर दिया। हमारे यहाँ व्यवस्थाओं का विकेंद्रीकरण था, अंग्रेजों ने उसे केन्द्रीकृत कर दिया। उन्होंने…
✍ वासुदेव प्रजापति हमारी मान्यता है कि अव्यक्त परमात्मा ने इस सृष्टि की रचना की है। इस सृष्टि में केवल मनुष्य ही नहीं हैं, अन्य प्राणी भी हैं। प्राणियों की…
कई दशकों के संघर्ष और तमाम क्रांतिकारियों के साहस के परिणामस्वरूप 15 अगस्त, 1947 को हम अपने देश के बड़े भू-भाग पर अपनी इच्छानुसार शासन और अन्य व्यवस्था को…