संत शिरोमणि भक्त रैदास (रविदास), माघ पूर्णिमा, 9 फरवरी 2020, जयंती विशेष

-तुलसीनारायण, जयपुर प्रारंभिक जीवन : संत रविदास का जन्म वाराणसी में चर्मकार परिवार में हुआ। माघ पूर्णिमा विक्रमी संवत् 1433 सन् 1376 को। इनकी लौकिक…

अभिभावक अपने बच्चों के लिए कैसे खोजें उचित विद्यालय?

 – विजय नड्डा फरवरी आते आते अपने बच्चों को अच्छे विद्यालय में दाखिल कराने को लेकर अभिभावकों की धड़कन बढ़नी शुरू हो जाती है। अभिभावक…

बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षा-19 (साहित्य व पुस्तकालय)

– रवि कुमार साहित्य का शिक्षा में क्या सम्बन्ध है, विशेषकर विद्यालयीन शिक्षा में? यहाँ साहित्य अर्थात् Text Books नहीं, अन्य पुस्तकों है, जो पुस्तकालय…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात-1 (जानें ‘ज्ञान’ को)

-वासुदेव प्रजापति ज्ञान को जानने से पूर्व एक बात और जाननी होगी, वह है भारतीय शब्दों का अंग्रेजी अनुवाद। अनेक भारतीय शब्दों के अंग्रेजी अनुवाद…

नया स्तम्भ – ‘भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात’

-वासुदेव प्रजापति आपने भारतीय शिक्षा ग्रन्थमाला का संक्षिप्त परिचय प्राप्त किया है। संक्षिप्त परिचय से ही यह ध्यान में आया होगा कि यह ग्रन्थमाला ज्ञान…

बाल साहित्य के प्रचलित मुहावरे बदलने होंगे

-डॉ. विकास दवे बाल साहित्य जगत में विगत 13-14 वर्षों से आना-जाना होता है। अनेक कार्यक्रम, गोष्ठियाँ, सम्मान समारोह, सेमीनार, विमोचन, समीक्षा आयोजन आदि में…

पुस्तक परिचय : भारतीय शिक्षा ग्रंथमाला, पांचवां ग्रन्थ – वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा

 – वासुदेव प्रजापति पुस्तक का नाम : भारतीय शिक्षा ग्रंथमाला, पांचवां ग्रन्थ – वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा लेखन एवं संपादन : इंदुमति काटदरे,…

Challenges for a teacher

                    K.Ponraman                                              Education Officer, VES There is an unprecedented need in our society today which calls for a revolutionary change in our system of…

पुस्तक परिचय : भारतीय शिक्षा ग्रंथमाला, चौथा ग्रन्थ – पश्चिमीकरण से भारतीय शिक्षा की मुक्ति

– वासुदेव प्रजापति पुस्तक का नाम : भारतीय शिक्षा ग्रंथमाला, चौथा ग्रन्थ – पश्चिमीकरण से भारतीय शिक्षा की मुक्ति लेखन एवं संपादन : इंदुमति काटदरे,…

स्वामी विवेकानंद का शैक्षिक दर्शन – 12 जनवरी जयंती विशेष

 – डॉ०कुलदीप मेहंदीरत्ता आज हमारे देश भारत सहित समस्त विश्व में बढ़ती अराजकता, हिंसा, मनो-उन्माद, आतंकवाद, नशाखोरी तथा पर्यावरण क्षरण आदि समस्याओं के कारण समस्त…