साहसी बालक राजेन्द्र नीलकंठ

✍ गोपाल माहेश्वरी शेष रहती है लड़ाई वीर की अंतिम क्षणों तक। देशभक्ति है बसी होती सदा जिनके मनों तक।। “तो क्या नेताजी के न…

आजादी के मतवाले

 – गोपाल माहेश्वरी बलि देकर भी मातृभूमि का मान बढ़ाना आता है। खेल मृत्यु के साथ शत्रा को धूल चटाना आता है।। वे सब दसवीं-बारहवीं…

वीर बालक बिशन सिंह कूका

 – गोपाल महेश्वरी देशधर्म पर बलि हो जाना बचपन से जो सीख चुके। अत्याचार-क्रूरता-पशुता झेल गए पर नहीं झुके।। 1857 का स्वतंत्रता संग्राम सब देशभक्तों…