अपनी भाषा

✍ गोपाल माहेश्वरी सुभाष जी एक सेवानिवृत्त आचार्य थे। लेकिन प्रतिदिन शाला के खेल मैदान पर आने का उनका क्रम अखंड व्रत की भांति था। आते और मैदान…

हिन्दवी स्वराज्य के स्वप्न दृष्टा महानायक छत्रपति शिवाजी

✍ शिरोमणि दुबे हमारे देश का इतिहास अत्यंत रोमांचकारी तथा सतत संघर्ष की गौरव गाथा है। लगभग 2300 वर्षों तक भारत विदेशी आक्रांताओं के बर्बर…

भारतीय शिक्षा की सनातन दृष्टि

 ✍ शिरोमणि दुबे कोई भी देश बदलाव-विकास के रास्ते पर सरपट दौड़ता है जब उस देश की शिक्षा व्यवस्था में उस देश के साहित्य में…

রাষ্ট্রবাদী রবীন্দ্রনাথ

: কল্যাণ গৌতম রবীন্দ্রনাথের অনুভবে ভারতবর্ষের মর্যাদা কোথায় তার একটি উদাহরণ দিই। রবীন্দ্রনাথ তখন ইংল্যান্ডের কেনসিংটনে রয়েছেন। কবিবন্ধু ডি. এল রায়ের পুত্র দিলীপ কুমার রায়ও…

लोकनायक श्रीराम – १

✍ प्रशांत पोळ कालचक्र की गति तेज है। वह घूम रहा है। घूमते-घूमते पीछे जा रहा है। बहुत पीछे। इतिहास के पृष्ठ फड़फड़ाते हुए हमें…

भारत केन्द्रित मातृभाषा शिक्षा

– पंकज सिन्हा   शिक्षा की प्रकृति एक सृष्टि है। सृष्टिकर्ता है – माता। वह माता, जो मानव सृष्टि के बीज़ को अपने गर्भ में…