अध्ययन के शत्रु – 1

✍ दिलीप बेतकेकर एक चार बच्चे के माँ-पिताजी मिलने आए। चेहरे पर चिंता थी। कुर्सी पर बैठते ही पिताजी बोले – ‘हमारा अभिमन्यु अध्ययन के…

दोस्तों से सीखें और सिखाएं

✍ दिलीप वसंत बेतकेकर   हम किससे और कितना सीखते हैं यह संस्कृत के विद्वानों द्वारा सुंदर रीति से प्रस्तुत किया गया है – आचार्यात…

विद्यार्थी गुण पंचकम

✍ दिलीप वसंत बेतकेकर मैं विद्यार्थी हूँ तो कैसा हूँ? विद्यार्थी के गुण, मुख्य लक्षण मुझ में विद्यमान है क्या? ऐसे प्रश्न कभी मुझे सामने…

शरीर आसन की स्थिति निर्दोष रहे!!

✍ दिलीप वसंत बेतकेकर “हमारा राजू लेटे हुए पढ़ाई करता है कितनी बार कहा उसे कि ऐसी स्थिति में पढ़ाई ना करो, परन्तु मानता ही…