✍ रवि कुमार श्रीराम भारत की आत्मा है। श्रीराम भारत के प्राण है। श्रीराम भारत के जन जन के राम है। वे जन जन के…
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रामायण सत कोटि अपारा-5 (संस्कृत साहित्य में रामकथा)
✍ रवि कुमार रामकथा का आदि स्रोत ‘रामायण’ ही है। राष्ट्रकवि रवींद्रनाथ ठाकुर ‘रामायण’ के भारतीय जन-मानस में व्याप्ति पर लिखते हैं, “रामायण की कथा…
लोकनायक श्रीराम – १०
✍ प्रशांत पोळ लक्ष्मण के कहने पर हनुमान जब सुग्रीव को बुलाने जाते हैं, तो राज वैभव के भोग में मग्न सुग्रीव, कुछ दिन रुकने…