नेतृत्वकर्ता नारायण

 – गोपाल माहेश्वरी स्वातन्त्रय लक्ष्मी के चरण कुंकुम नहीं शोणित धुले हैं। अनगिनत बलिदान देकर माँ के ये बंधन खुले हैं।। स्वतंत्रता हमें तब तक…