सा विद्या या विमुक्तये
✍ प्रशांत पोळ सूर्य इस शब्द में ही गूढ़ता भरी हुई है। इक्कींसवी सदी का एक चौथाई हिस्सा समाप्त हो रहा है, फिर भी सूर्य…