पांच अगस्त, पांच सौ वर्षों का संघर्ष और साधना : श्रीराम जन्मभूमि

 – पिंकेश लता रघुवंशी अपि स्वर्णमयी लङ्का न मे लक्ष्मण रोचते । जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ॥ लंका विजयोपरांत लंका के वैभव और बनावट देख…