– अरविन्द कुमार किसी भी कार्य का एक उचित समय होता है । बिना समय का कर्म सही फल नहीं देता, बल्कि ऊर्जा की हानि…
Author: अरविंद कुमार
विद्यार्थी जीवन एक आदर्श जीवन कैसे बने?
सुखार्थीः चेत् त्यजेत् विद्याम् विद्यार्थीः चेत् त्यजेत् सुखम् ॥ अर्थात् यदि सुख की कामना है तो विद्या की आशा छोड़ दें और यदि विद्या की कामना…
आपका बच्चा खेलता कब है?
– अरविंद कुमार “पढ़ोगे लिखोगे, बनोगे नवाब । खेलोगे कूदोगे, बनोगे खराब ।।” कहावत आपने जरूर सुनी होगी । इस कहावत का सीधा-सा मतलब यह…
मातृभाषा – बुद्धि विस्तार का एक मात्र साधन
‘‘मैं अच्छा वैज्ञानिक इसलिए बना, क्योंकि मैंने गणित और विज्ञान की शिक्षा मातृभाषा में प्राप्त की । (धरमपेठ कॉलेज नागपुर) – डॉ अब्दुल कलाम भाषा,…