मोक्ष

✍ गोपाल माहेश्वरी वह था तो अभी मात्र दस वर्ष का पर माता-पिता के असमय ही सदा के लिए छूट जाने के बाद एकदम अकेला…

आजादी के मतवाले

 – गोपाल माहेश्वरी बलि देकर भी मातृभूमि का मान बढ़ाना आता है। खेल मृत्यु के साथ शत्रा को धूल चटाना आता है।। वे सब दसवीं-बारहवीं…

भारतीय भाषाओं (कन्नड़, बंगला, ओड़िया और असमिया) का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान – 2

– डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता कन्नड़ भाषा का योगदान स्वतंत्रता संग्राम में कुछेक अपवादों को छोड़कर समाज जागरण और राष्ट्रीय चेतना के स्वर प्राय: प्रत्येक भाषा,…