तुलना, स्पर्धा स्वयं से!!

✍ दिलीप वसंत बेतकेकर एक अत्यंत गरीब आदमी, भरी दोपहरी में, तपती धूप में, बगैर चप्पल पहने, रास्ते से जा रहा था। धूप से पैर…