विस्मृति की परत हटाने वाले विपिनचन्द्र पाल

✍ कल्याण चक्रवर्ती और अरित्र घोष दस्तिदार राष्ट्रीय पुनर्जागरण की एक प्रवृत्ति साहित्य आश्रयी, इसे ‘भावसर्वस्व धारा’ कहते हैं। जबकि कई विचारकों ने इस विचार…

বিস্মৃতির পরত সরিয়ে বিপিনচন্দ্র পাল

✍ কল্যাণ চক্রবর্তী এবং অরিত্র ঘোষ দস্তিদার জাতীয় নবজাগরণের একটি ধারা  ছিল সাহিত্যাশ্রয়ী, তাকে ‘ভাবসর্বস্ব ধারা’ বলা চলে। অনেক মনীষীই এই ধারণায় চলেছেন, তার একটি…

क्रांतिकारी विचारों के जनक विपिन चंद्र पाल

 – चन्द्रभूषण त्रिवेदी भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के इतिहास में ‘लाल-बाल-पाल’ प्रसिद्ध हैं। इनमें से विपिन चन्द्र पाल एक वीर स्वतंत्रता सेनानी के साथ साथ एक…