छात्र-छात्राओं के विकास में शारीरिक शिक्षा की भूमिका

– शिव कुमार शर्मा ‘शरीरमाद्य खलु धर्मसाधनम्’ हमारी परम्परा में एक महत्वपूर्ण उक्ति है। धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष रूपी पुरुषार्थ की प्राप्ति का साधन…

आपका बच्चा खेलता कब है?

–  अरविंद कुमार “पढ़ोगे लिखोगे, बनोगे नवाब । खेलोगे कूदोगे, बनोगे खराब ।।” कहावत आपने जरूर सुनी होगी । इस कहावत का सीधा-सा मतलब यह…