दोहराने के पांच प्रकार

✍ दिलीप बेतकेकर दोहराने को अंग्रेजी में ‘Revision’ कहते हैं। Review (पुनः अवलोकन) भी कहते हैं। आइए हम इन अंग्रेजी के दोनों शब्दों को समझें-…

वैदिक काल के निर्धारण को वैज्ञानिक दृष्टि से सिद्ध करने वाले लोकमान्य तिलक

✍ डॉ. आशिष मुकुंद पुराणिक लोकमान्य तिलक द्वारा वैदिककाल के निर्धारण पर किए गए शोध में अब पुरातात्विक साक्ष्य मिलने लगे हैं। यूरोपीय और एशियाई…

पुस्तक समीक्षा: भारतीय जीवन शैली

✍ डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता लेखक – रवि कुमार प्रकाशक – सुरुचि प्रकाशन, झंडेवाला, नई दिल्ली पृष्ठ संख्या – 156, मूल्य 150₹ लेखक द्वारा रचित और…

धर्म, राष्ट्र और राष्ट्रधर्म

  राजकोट (गुजरात) गुरुकुल में ‘धर्म, राष्ट्र और राष्ट्रधर्म’ विषय पर माननीय डॉ० मोहन राव भागवत जी, प.पू. सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उद्बोधन का…

काँटों वाला पौधा

✍ गोपाल माहेश्वरी दिन के दस बज रहे थे। उद्यान में सुबह घूमने आने वाले लगभग सभी लोग जा चुके थे। दक्ष का अपने मित्रों…

राष्ट्र चेतना का हुंकार – जनजातीय गौरव दिवस

✍ प्रशांत पोळ आज बड़ा सुखद संयोग बन रहा हैं कि गुरु नानक देव जी की ५५५ वी जयंती, प्रकाश पर्व, के दिन ही, राष्ट्रीय…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 115 (भारतीय शिक्षा की पुनर्प्रतिष्ठा – सामाजिक स्तर पर करणीय प्रयास-3)

✍ वासुदेव प्रजापति सामाजिक स्तर पर सम्बन्धों की आज कोई व्यवस्था नहीं है। हमने वर्ण, जाति व सम्प्रदाय का त्याग कर दिया परन्तु उनके स्थान…

हर असंभव को संभव कर अपने जीवन को साधना बनाने वाले राष्ट्र योगी एकनाथजी

✍ सतीश कुमार सामान्यतः काफी बार हम असाधारण व साधारण व्यक्ति जैसी चीजों के बारे में सुनते व बोलते है। परन्तु हम सभी एक साधारण…

ऋषियों की संतान हैं भारत की समस्त जनजातियाँ

✍ रमेश शर्मा भारतीय वैदिक चिंतन और विज्ञान का अनुसंधान आपस में मेल खाते हैं यदि इन दोनों को आधार बनाकर विचार करें तो हम…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 114 (भारतीय शिक्षा की पुनर्प्रतिष्ठा – सामाजिक स्तर पर करणीय प्रयास-2)

 ✍ वासुदेव प्रजापति पश्चिमी सभ्यता को अपनाने के फलस्वरूप भारतीय समाज का मानस भी बदला है। मानस बदलने के कारण परिवार इकाई छोटी होती जा…