अन्त्योदय की आराधिका – लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर

✍ शिरोमणि दुबे लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर देवादिदेव भोलेनाथ की परम भक्त थीं। उनके राजकीय पत्रों में ‘श्री शंकर आज्ञा’ लिखा रहता था। देवी अहिल्या…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 92 (भारत के विषय में घोर अज्ञान)

 ✍ वासुदेव प्रजापति आज हमारे देश में नाम को लेकर बहस छिड़ी हुई है। जो राष्ट्रवादी हैं, वे मानते हैं कि हमारे देश का नाम…