अध्यात्म, राष्ट्रीय एकता और मानवता का महासंगम – महाकुंभ

 – मृत्युंजय दीक्षित सनातन हिंदू संस्कृति का महापर्व है – महाकुंभ, विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव। सनातन संस्कृति की आस्था का…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात-120 (भारतीय शिक्षा की पुनर्प्रतिष्ठा हेतु परिवर्तन के बिन्दु-2)

 – वासुदेव प्रजापति शिक्षा में परिवर्तन करने से पूर्व हमें एक और सूत्र को ध्यान में रखने की आवश्यकता है। ‘शिक्षा व्यक्तिगत नहीं होती राष्ट्रीय…

राष्ट्र संस्कृति और स्वत्व जागरण अभियान के लिये जीवन समर्पित महामना मदनमोहन मालवीय

✍ रमेश शर्मा मदनमोहन मालवीय जी का स्मरण आते ही सबका ध्यान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की ओर चला जाता है। यह संस्थान केवल एक विश्वविद्यालय…

शिक्षा में भारतीयता के पोषक : दीनानाथ बत्रा

प्रणय कुमार भारत के शैक्षिक-सामाजिक परिवेश में बहुधा ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि कोई व्यक्ति अपने जीवन-काल में ही शिक्षा-क्षेत्र में किए…

अन्त्योदय की आराधिका – लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर

✍ शिरोमणि दुबे लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर देवादिदेव भोलेनाथ की परम भक्त थीं। उनके राजकीय पत्रों में ‘श्री शंकर आज्ञा’ लिखा रहता था। देवी अहिल्या…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 116 (भारतीय शिक्षा की पुनर्प्रतिष्ठा – धर्माचार्य और शिक्षा-1)

 ✍ वासुदेव प्रजापति भारत एक धर्मप्राण देश है। सम्पूर्ण देश में धर्माचार्यों की विशेष ख्याति है। लोग उनकी बात मानते हैं। उनकी तपश्चर्या और उनके…

वैदिक काल के निर्धारण को वैज्ञानिक दृष्टि से सिद्ध करने वाले लोकमान्य तिलक

✍ डॉ. आशिष मुकुंद पुराणिक लोकमान्य तिलक द्वारा वैदिककाल के निर्धारण पर किए गए शोध में अब पुरातात्विक साक्ष्य मिलने लगे हैं। यूरोपीय और एशियाई…

धर्म, राष्ट्र और राष्ट्रधर्म

  राजकोट (गुजरात) गुरुकुल में ‘धर्म, राष्ट्र और राष्ट्रधर्म’ विषय पर माननीय डॉ० मोहन राव भागवत जी, प.पू. सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उद्बोधन का…

काँटों वाला पौधा

✍ गोपाल माहेश्वरी दिन के दस बज रहे थे। उद्यान में सुबह घूमने आने वाले लगभग सभी लोग जा चुके थे। दक्ष का अपने मित्रों…

राष्ट्र चेतना का हुंकार – जनजातीय गौरव दिवस

✍ प्रशांत पोळ आज बड़ा सुखद संयोग बन रहा हैं कि गुरु नानक देव जी की ५५५ वी जयंती, प्रकाश पर्व, के दिन ही, राष्ट्रीय…