रामायण सत कोटि अपारा-5 (संस्कृत साहित्य में रामकथा)

✍ रवि कुमार रामकथा का आदि स्रोत ‘रामायण’ ही है। राष्ट्रकवि रवींद्रनाथ ठाकुर ‘रामायण’ के भारतीय जन-मानस में व्याप्ति पर लिखते हैं, “रामायण की कथा…

साक्षात काली : कालीबाई

✍ गोपाल माहेश्वरी गुरु की सच्ची पूजा उनके आदर्शों पर चल दिखलाना। अवसर हो यदि बलिदानों का हँस कर जीवन पुष्प चढ़ाना।। बचपन ही तो…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 104 (भारतीय शिक्षा की पुनर्प्रतिष्ठा – अनुसंधान की देशव्यापी योजना)

 ✍ वासुदेव प्रजापति अध्ययन व अनुसंधान की देशव्यापी योजना बनाने से पूर्व हमें अनुभूति प्रमाण, धर्म प्रमाण और वेद प्रमाण पर पूरे देश में, विशेष…

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में भारतीय भाषाओं की प्रासंगिकता

✍ डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता एक प्राचीन राष्ट्र के रुप में भारत, विविध भाषाओं का अद्भुत सामाजिक मिश्रण है, जहाँ बड़े लंबे समय से भारत के…

सनातन धर्म में दीपोत्सव महापर्व

✍ डॉ. रवीन्द्र नाथ तिवारी भारत के विभिन्न अंचलों में मनाये जाने वाले त्योहार समृद्ध सनातन संस्कृति के द्योतक हैं। ये त्योहार राष्ट्र की एकता,…

भारतीय शिक्षा जगत को नयी दिशा देने वाले – डॉ. राधाकृष्णन

✍ मृत्युंजय दीक्षित भारतीय शिक्षा जगत को नई दिशा देने वाले डॉ. राधाकृष्णन का जन्म तत्कालीन दक्षिण मद्रास में लगभग 60 कि.मी. की दूरी पर…

सावरकर का साहित्य धर्म – भाग २

                                     ✍ गोपाल माहेश्वरी सावरकर का सम्पूर्ण लेखन अपने राष्ट्र और समाज की दुर्दशा से विमुक्ति के लिए गहन संवेदना और निवारण के उत्कट संकल्पों…

सावरकर का साहित्य धर्म – भाग १

    ✍ गोपाल माहेश्वरी स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर अर्वाचीन भारत के एक ऐसे विराट व्यक्तित्व हैं जिसके प्रत्येक आयाम को समन्वित रूप से देखें या…

हिंदी राम काव्यों में रामराज्य की संकल्पना

✍ डॉ. नाथूराम राठौर भारतीय मनीषा के जिन-जिन ग्रंथों में भगवान राम का चरित्रांकन हुआ है उन सभी में रामराज्य की संकल्पनाएं प्रतिष्ठित हैं। आदि…

महादेवी वर्मा का साहित्य दर्शन

✍ डॉ. मंजरी शुक्ला महादेवी वर्मा का जन्म फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेश के एक प्रतिष्ठित परिवार में 26 मार्च सन 1960 को सुबह आठ बजे होली…