राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में भारतीय भाषाओं की प्रासंगिकता

✍ डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता एक प्राचीन राष्ट्र के रुप में भारत, विविध भाषाओं का अद्भुत सामाजिक मिश्रण है, जहाँ बड़े लंबे समय से भारत के…

सनातन धर्म में दीपोत्सव महापर्व

✍ डॉ. रवीन्द्र नाथ तिवारी भारत के विभिन्न अंचलों में मनाये जाने वाले त्योहार समृद्ध सनातन संस्कृति के द्योतक हैं। ये त्योहार राष्ट्र की एकता,…

भारतीय शिक्षा जगत को नयी दिशा देने वाले – डॉ. राधाकृष्णन

✍ मृत्युंजय दीक्षित भारतीय शिक्षा जगत को नई दिशा देने वाले डॉ. राधाकृष्णन का जन्म तत्कालीन दक्षिण मद्रास में लगभग 60 कि.मी. की दूरी पर…

सावरकर का साहित्य धर्म – भाग २

                                     ✍ गोपाल माहेश्वरी सावरकर का सम्पूर्ण लेखन अपने राष्ट्र और समाज की दुर्दशा से विमुक्ति के लिए गहन संवेदना और निवारण के उत्कट संकल्पों…

सावरकर का साहित्य धर्म – भाग १

    ✍ गोपाल माहेश्वरी स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर अर्वाचीन भारत के एक ऐसे विराट व्यक्तित्व हैं जिसके प्रत्येक आयाम को समन्वित रूप से देखें या…

हिंदी राम काव्यों में रामराज्य की संकल्पना

✍ डॉ. नाथूराम राठौर भारतीय मनीषा के जिन-जिन ग्रंथों में भगवान राम का चरित्रांकन हुआ है उन सभी में रामराज्य की संकल्पनाएं प्रतिष्ठित हैं। आदि…

महादेवी वर्मा का साहित्य दर्शन

✍ डॉ. मंजरी शुक्ला महादेवी वर्मा का जन्म फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेश के एक प्रतिष्ठित परिवार में 26 मार्च सन 1960 को सुबह आठ बजे होली…

U. V. SWAMINATHA IYER

✍ Charumati -Pon Raman Mahakavi Bharathiyar vocalized that Tamil is the sweetest among all the languages he had mastered. It is a noble language. Tamil Language is archaic, unique, and highly- inclined languages…

தமிழின் தந்தை யு வி சுவாமிநாதன் ஐயர்

✍  சார்மதி தமிழ்த் தாத்தா உ.வே சாமிநாதையர் யாமறிந்த மொழிகளிலே தமிழ் மொழி போல இனிதாவது எங்;கும் காணோம் என்றார் மகாகவி பாரதியார். மாபெரும் உன்னத சிறப்புகளை உடையது தமிழ் மொழி. தொன்மையானது. தனித்தன்மை…

भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्य – भाग एक

✍ डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता यह मानव की प्रकृति है कि हम सब को अधिक से अधिक अधिकारों की प्राप्ति अच्छी लगती है। अधिकार सामान्यतया उन…