– डॉ विकास दवे जाग उठे हैं गिरी-वनवासी, जाग उठा है हिन्दुस्थान नहीं वस्त्र भोजन के भूखे, वनवासी चाहें सम्मान प्रिय बिटिया! एक बार स्वामी…
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