– रवि कुमार भोजन का भी एक संस्कार होता है। आजकल के भाग-दौड़ वाले जीवन में यह संस्कार धूमिल होता दिख रहा है। भोजन क्यों…
Category: नवीनतम
आचार्य – सांदीपनि कुल के सारस्वत अनुष्ठान का शलाका पुरुष
– शिरोमणि दुबे बन्धुओ! भारत दुनियां का अनादि राष्ट्र है। सर्वप्रथम अरुणाचल के आंगन में आदित्य देव की अरुणिम आभा सम्पूर्ण तेज के साथ…
शिक्षक कक्षा या विषय के नहीं, विद्यार्थी के!
– अवनीश भटनागर गुरु पूर्णिमा महोत्सव है। प्रतिवर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को यह उत्सव मनाया जाता है। इसे उत्सव क्यों कहा जाए? क्योंकि इसी…
हमारा सांस्कृतिक पर्व – गुरु पूर्णिमा
– वासुदेव प्रजापति हमारे देश में वैसे तो प्रत्येक दिन किसी न किसी व्रत, पर्व या त्योहार के नाम से जाना जाता है, किन्तु व्यक्ति…
सार्थक जीवन – जीवन घोषाल
– गोपाल माहेश्वरी सत्याग्रहों की विनय की भाषा न जाने शांति की। धूर्त दुश्मन के लिए भाषा उचित बस क्रांति की।। बसंत पंचमी का दिन…
शिशु शिक्षा 29 – शिशु का आहार, स्वास्थ्य एवं संस्कार
– नम्रता दत्त हम जानते हैं कि आहार से स्वास्थ्य बनता है और आहार को ग्रहण करने की विधि भी एक संस्कार है। शिशु अवस्था…
भारतीय स्वाधीनता संग्राम और असम के क्रान्तिकारी
– डॉ० पवन तिवारी श्रीमन्त शंकरदेव की पावन धरा भारतीय संस्कृति के ख्यात उद्घोष ‘वीरभोग्या वसुन्धरा’ को चरितार्थ करती है। पूर्वोत्तर के द्वार कहे जाने…
भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 61 (विज्ञान का सांस्कृतिक स्वरूप)
– वासुदेव प्रजापति आज का युग विज्ञान का युग माना जाता है। कुछ लोग तो आज के युग का देवता विज्ञान को ही मानते हैं।…
भारतीय ज्ञान का खजाना-9 (भारत का प्राचीन ‘संपन्न’ रसायन शास्त्र)
– प्रशांत पोळ पारे की खोज किसने की? इस प्रश्न का निश्चित एवं समाधान कारक उत्तर कोई नहीं देता। पश्चिमी दुनिया को सत्रहवीं शताब्दी तक…
भारतीय ज्ञान का खजाना-8 (भारतीय शिल्पकला – कला की सर्वोच्च अभिव्यक्ति)
– प्रशांत पोळ सन् 1957 की घटना है। उज्जैन में रहने वाले एवं पुरातत्व विषय के विश्व प्रसिद्ध जानकार, डॉक्टर श्रीधर विष्णु वाकणकर, ट्रेन से…