1857 के स्वातंत्र्य समर पर साहित्य रचना

 – रवि कुमार 1857 के स्वातंत्र्य समर के बारे में जिन्होंने अध्ययन किया है उनके सामने इस महान समर का उल्लेख आता है तो मन-मस्तिष्क…

भोजन संस्कार का स्वास्थ्य पर प्रभाव

 – रवि कुमार भोजन का भी एक संस्कार होता है। आजकल के भाग-दौड़ वाले जीवन में यह संस्कार धूमिल होता दिख रहा है। भोजन क्यों…

শিশুৰ মন, বুদ্ধি আৰু শিক্ষণত আহাৰ-বিহাৰৰ প্ৰভাৱ

  – ৰবি কুমাৰ পাঞ্জাবী ভাষাত এটা প্ৰবাদ আছে – “চবেৰে জে চাৰ বজে জগ্গে তাঁ দেন্ন বত্তী ঘন্টে দা হো জান্দা”। অৰ্থাৎ ৰাতিপুৱা চাৰি…

1857 के स्वातंत्र्य समर में दिल्ली लड़ती है – 3

 – रवि कुमार महेश्वर दयाल द्वारा लिखित ‘दिल्ली मेरी दिल्ली’ पुस्तक में वर्णित है कि इंद्रप्रस्थ यानी दिल्ली अपने जीवन काल में लगभग 300 बार…

बालक के मन, बुद्धि और शिक्षण पर आहार-विहार का प्रभाव

 – रवि कुमार पंजाबी में एक कहावत है- “सवेरे जे चार वजे जग्गे तां देन्न बत्ती घंटे दा हो जान्दा”। अर्थात यदि व्यक्ति प्रातः चार…

1857 के स्वातंत्र्य समर में दिल्ली लड़ती है – 2

 – रवि कुमार जून से सितम्बर 1857 दिल्ली का संघर्ष शायद ही कोई जानता हो, शायद  ही किसी पाठ्य पुस्तक में पढ़ाया गया हो और…

उत्तम स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है सम्यक निद्रा

 – रवि कुमार आज की भागदौड़ वाली आधुनिक जीवन शैली ने मानव स्वास्थ्य के जिन पहलुओं को प्रभावित किया है, उनमें आहार के साथ निद्रा…

1857 के स्वातंत्र्य समर में दिल्ली लड़ती है – 1

– रवि कुमार 11 से 16 मई 1857, इन पांच दिनों में दिल्ली में जो हुआ वह इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाना चाहिए।…

भारतीय फ़ास्ट-फ़ूड और जंक-फ़ूड

 – रवि कुमार “जैसा खाए अन्न वैसा हो जाए मन” ये कहावत हम सबने सुनी होगी। स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्न अर्थात आहार का हमारे मन…

भारतीय शिक्षा – ज्ञान की बात 55 (‘भाषा’ का सांस्कृतिक स्वरूप भाग एक)

 – वासुदेव प्रजापति भाषा मनुष्य के व्यक्तित्व के साथ अविभाज्य अंग के समान जुड़ी हुई है। भाषा विहीन व्यक्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा…