– डॉ. रमेश कुमार भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन एक दीर्घावधि तक चला एक बहुपक्षीय एवं बहुआयामी आंदोलन था। इस आंदोलन का नेतृत्व भिन्न-भिन्न विचारधाराओं के व्यक्ति…
Category: अमृत महोत्सव
சுதந்திரப் போராட்டமும் சுப்பிரமணிய சிவாவும்
– கனிராஜன் மதுரை மாவட்டம் கொடைக்கானல் மலையடிவாரம் வத்தலகுண்டு கிராமம். நடுத்தர குடும்பத் தலைவரான ராஜம் ஐயர் அவரது மனைவி நாகம்மாளுடன் வாழ்ந்து வந்தார். ஒருமுறை தனது கணவர் வெளியூர் சென்று விட்டதால் நாகம்மாள்…
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का एक पृष्ठ : कूका आन्दोलन
– रत्नचंद सरदाना 1857 ई. के स्वतंत्रता संग्राम में हम पराजित हुए किंतु देश के लोगों ने उसे पराजय को स्वीकार नहीं किया। स्थान-स्थान पर…
आजाद हिंद फौज की भूमिका
– डॉ कुलदीप मेहंदीरत्ता नेताजी सुभाष चंद्र बोस को आजाद हिंद फौज अथवा इंडियन नेशनल आर्मी का वास्तविक संस्थापक और संगठक माना जाता है। भारत…
भारतीय स्वातंत्र्य समर का पुनरावलोकन
– दत्तात्रेय होसबाले आज भारत औपनिवेशिक दासता से मुक्ति का पर्व मना रहा है। समारोहों की इस श्रृंखला के बीच जहां स्वतंत्र भारत की 75…
आजादी का अमृत महोत्सव
– रवि कुमार अगस्त 15, सन् 1947 को भारत देश स्वतंत्र हुआ। असंख्य लोगों के बलिदान के कारण हमें स्वतंत्रता मिली। यह स्वतंत्रता बहुमूल्य नहीं…
रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान हमेशा याद रहेगा
– निखिलेश महेश्वरी “सती होने से अच्छा है नारी शस्त्रु से युद्ध भूमि में उसका दमन करते हुए अपने प्राणोत्सर्ग करे।” भारत के इतिहास को…